Wednesday, 12 November 2014

क्या आप जानते हैं की निवेश कम उम्र और बड़ी उम्र में शुरू करने से बचत में बड़ा अंतर आ जाता है।

क्या आप जानते हैं की निवेश कम उम्र और बड़ी उम्र में शुरू करने से बचत में बड़ा अंतर आ जाता है। आप निवेश की शुरु आत जल्दी करेंगे तो आपको जल्द ही इसका रिटर्न मिलेगा और आप इस रिटर्न का एक बार फिर से निवेश कर करेंगे। जो लोग अपनी स्टुडेंट लाइफ खत्म होने के बाद नौकरी ज्वाइन करते हैं, उन्हें शुरू से ही निवेश की आदत डालनी चाहिए। इससे आपको कंपाउंडिंग रिटर्न का फायदा मिल सकेगा। निवेश के बारे में जानने के लिए बेहद जरूरी है कि कंपाउडिंग की ताकत को समझा जाए और इसे बढ़ावा दिया जाए। यह दो सिद्धांतों पर काम करता है- पुनर्निवेश और समय। जब पैसे को किसी वित्तीय उत्पाद में लगाया जाता है तो यह ब्याज या रिटर्न अर्जित करता है। ब्याज की राशि कई बातों पर निर्भर करती है जैसे निवेश राशि, ब्याज दर और समय। निवेश राशि साधारण ब्याज या चक्रवृद्धि ब्याज अर्जित करती है। साधारण ब्याज महज
मूलधन पर देय होता है वहीं मिश्रित ब्याज मूलधन के साथ प्रत्येक वर्ष अर्जित ब्याज पर देय होता है। साल दर साल मूलधन की राशि नियमित रूप से बढ़ती जाती है। ध्यान रखने योग्य पहलू है ब्याज दर। कंपाउंडिंग का प्रभाव उदहारण के लिए 10,000 रपए की रकम को 10 वर्षो के लिए अलग-अलग ब्याज दर पर निवेश किए जाने पर रिटर्न इए प्रकार होगा- 10 फीसद पर : 25,937 रपए 11 फीसद पर : 28,394 रपए 12 फीसद पर : 31,085 रपए ब्याज दर में मामूली सा अंतर भी आपके निवेश पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है। एसआईपी के जरिए किए गए निवेश में कंपाउंडिंग रिटर्न का फायदा देखने को मिलता है। इसमें एक छोटी सी रकम बड़ी रकम में बदल जाती है। इसमें ब्याज पर ब्याज की आमदनी होती जाती है। जो लोग कम उम्र से निवेश की शुरु आत करने के इच्छुक होते हैं। कई बार उन्हें पता नहीं होता कि वे इसमें कदम कैसे रखें। ऐसी स्थिति में निवेश शुरू करने के लिए म्यूचुअल फंड बेहतरीन विकल्प है। आप इसमें निवेश के लिए निश्चित राशि निकाल कर रखें। इसमें से कुछ राशि का इस्तेमाल निवेश में करें बाकी को इससे जुड़े खर्चो का प्रबंधन करने में लगाएं। जल्द करें शुरुआत अगर आप युवा हैं तो यह मत समझिए कि अभी तो बहुत समय है, बचा लेंगे। आप जितनी जल्दी शुरुआत करेंगे, उतना आपको कम बचाना पड़ेगा। जैसा कि एक 25 वर्षीय युवा को केवल हर माह 5000 रपए ही बचाने होंगे मगर 35 वर्षीय व्यक्ति को इसके लिए हर माह 11000 रपए बचाने होंगे। वर्तमान समय में निवेश के कई साधन हमारे समक्ष मौजूद हैं। इनमें बैंक, पोस्ट ऑफिस, जीवन बीमा, शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, बांड और रीयल एस्टेट शामिल है। आपको अपनी जोखिम क्षमता एवं समय के अनुरूप निवेश माध्यमों का चयन करना चाहिए। मिसाल के तौर पर अगर आपके पास पांच-साल के निवेश के लिए एक लाख रपए हैं तो इसे आप ऐसी फिक्स्ड रिटर्न योजना में निवेश करके पूंजी को सुरक्षित रख सकते हैं जिसमें निवेश की अवधि के अंत में आपकी शुरुआती निवेश के बराबर परिपक्वता हो। जोखिम का आकलन आप कितने समय के लिए निवेश करना चाहते हैं। आपको भविष्य की अपनी महत्वपूर्ण योजनाओं को पूरा करने के लिए कब और कितने पैसों की जरूरत पड़ सकती है, इसका खाका खींच कर रखिए। आपके जोखिम उठाने की क्षमता कितनी है। किसी भी निवेश में अच्छा रिटर्न पाने की उम्मीद करते समय उसके न्यूनतम जोखिम को ध्यान में जरूर रखें। एसआईपी की भी कई ऐसी खूबियां हैं जिनके बारे में हर निवेशक को जानना जरूरी है ताकि इनका पूरा फायदा उठाया जा सके। सारा निवेश एक ही जगह नहीं करें। जोखिम घटने का पूरा फायदा उठाने लिए आपको अपना पूरा निवेश ऐसी विविध संपत्तियों करना चाहिए जिनका आपस में कोई संबंध नहीं हो। निश्चित आय इक्विटी, रीयल एस्टेट, गोल्ड और निवेश के अन्य विकल्पों में लगाई जानी चाहिए। निवेश के पहले हर तरह की जानकारी इकट्ठी करना जरूरी होता है। स्टाक मार्केट में निवेश अगर भविष्य की आर्थिक जरूरतों और सपनों को पूरा करने के लिए अन्य संपत्तियों की तरह शेयरों में निवेश नहीं किया जाता है तो पर्याप्त पैसा नहीं बनाया जा सकता क्योंकि मुद्रास्फीति की मार और करों के बोझ से आप बच नहीं सकते, जो कई बार मिलने वाले रिटर्न को नकारात्मक कर देते हैं। जब शेयरों में धन लगाएं तो अलग-अलग सेक्टरों की कंपनियों में लगाएं। एक ही सेक्टर की ज्यादा कंपनियों में भी पैसा नहीं लगाएं। एफएमसीजी, फार्मा जैसे डिफेंसिव सेक्टर के शेयर खरीद कर पोर्टफोलियो मजबूत कर सकते हैं। ज्यादा रिटर्न के लालच में निवेश न करें बल्कि जरूरत और रिस्क की क्षमता के हिसाब से ही निवेश करें। निवेश का तरीका अपने विचारों के अनुरूप होना चाहिए। शेयर खरीदने के साथ ही उसे बेचने का लक्ष्य तय करना चाहिए। टारगेट प्राइस पर पहुंचने पर ही उसे बेचना चाहिए। टिप्स के आधार पर निवेश नहीं करना चाहिए क्योंकि उससे नुकसान की आशंका रहती है। शेयर बाजार में पैसा बनाना बहुत आसान है उसी प्रकार खोना भी बहुत आसान है। इससे बचा जा सकता है अगर आप स्वंय शेयर बाजार के बारे में अधिक से अधिक जानकारी एकत्र करें, शोध करें और दूसरों के दिए टिप्स पर न जाएं।

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