कोरोना का नया वेरिएंट व्योवहार में कैसा होगा, आने वाले 15 दिनों में ज्यादा पता चलेगा . किसी भी वायरस की प्रवर्ति होती है के वो ज़िंदा रहने के लिए म्यूटेशन करता रहता है ,जाहिर है हमे आने वाले समय मे कई स्ट्रेन मिलेगी . पर ये पेंडेमिक दूसरी पेंडेमिक से अलग इसलिए है ये मनुष्य के "व्योवहार और अनुशासन "पर निर्भर है .और ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया में पहले की अपेक्षा कनेक्टिविटी ज्यादा है , नागरिकों का आवागमन अनेक कारणों से ज्यादा है .ऐसे में हम सब पर एक जिम्मेदारी आ जाती है.
सुबह एक साहब इसलिए नाराज हो गये क्योंकि मेरे स्टाफ ने उन्हें मास्क पहनने को कह दिया .वे पढ़े लिखे व्यक्ति थे ,ऐसी जगह नौकरी करते है जहां पबिलिक डीलिंग होती है .उनसे और अधिक जिम्मेदारी अपेक्षित थी .सुबह सड़क पर 100 में 95 लोगो को सड़क पर बिना मास्क के देखा .मैं नही जानता अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक ना रहने में कैसी बाहुदरी है ! भारत की आबादी के एक बड़े हिस्से को अभी वैक्सीन की दूसरी डोज़ लगना बाकी है ,बच्चो को अभी तक हमने शुरू किया नही है .हमारे लिए बूस्टर से ज्यादा महत्वपूर्ण अभी पूरी आबादी को वैक्सीन लगाना है .
घबराये नही पर आने वाले कुछ दिनों में सावधान रहें .