आज
मजदूर दिवस है और कई जगह मजदूरों के झुंड एकत्रित कर रैलियाँ निकालीं
जायेंगी। ऐसा नहीं है कि हमारे दर्शन में मजदूरों के लिए कोई सन्देश नहीं
है पर उसमें मनुष्य में वर्गवाद के वह मन्त्र नहीं है जो समाज में संघर्ष
को प्रेरित करते हैं। हमारे अध्यात्मिक दर्शन द्वारा प्रवर्तित जीवनशैली पर
दृष्टिपात करें तो उसमें पूंजीपति मजदूर और गरीब अमीर को आपस में सामंजस्य
स्थापित करने का सन्देश है। भारत में एक समय संगठित और अनुशासित समाज था
जो कालांतर में बिखर गया। इस समाज में अमीर और गरीब में कोई सामाजिक तौर से
कोई अन्तर नहीं था। अगर आप शरीर से श्रम करे हैं तो उसे छोटा न समझें और अगर कोई कर रहा है तो उसे भी सम्मान दे। यह मजदूरों के लिए संदेश भी है तो पूंजीपतियों के लिए भी है ।
मजदुर का मतलब हमेशा गरीब से नहीं होता हैं मजदुर वह ईकाई हैं जो हर सफलता का अभिन्न अंग हैं फिर चाहे वो ईंट गारे में सना इन्सान हो या ऑफिस की फाइल्स के बोझ तले दबा एक कर्मचारी | हर वो इन्सान जो किसी संस्था के लिए काम करता हैं और बदले में पैसे लेता हैं वो मजदुर हैं |
मजदूर दिवस पर
ReplyDeleteसभी साथियों को बधाई ।
Happy Labour day..
ReplyDeleteHappy Labour day..
ReplyDeleteमजदुर का मतलब हमेशा गरीब से नहीं होता हैं मजदुर वह ईकाई हैं जो हर सफलता का अभिन्न अंग हैं फिर चाहे वो ईंट गारे में सना इन्सान हो या ऑफिस की फाइल्स के बोझ तले दबा एक कर्मचारी | हर वो इन्सान जो किसी संस्था के लिए काम करता हैं और बदले में पैसे लेता हैं वो मजदुर हैं |
ReplyDeletevery nice post...........
ReplyDeletewww.shayarihishayari.com