Saturday, 12 November 2011

इलेक्ट्रॉनिक मेल Electronic Mail

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ई-मेल यानी इलेक्ट्रॉनिक मेल की जरूरत निरंतर बढ़ती जा रही है। आइए जानते हैं ई-मेल के बारे में...

बात चाहे बिजनेस की हो, एजुकेशन की हो या फिर पर्सनल कम्युनिकेशन की, हर जगह ई-मेल का उपयोग अनिवार्य हो गया है। और तो और, आज के इस हाईटेक युग में जब आपको किसी संस्थान में एडमिशन लेना हो या जॉब के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरना हो, ई-मेल के बगैर काम नहीं चलता। पर्सनल ई-मेल आईडी होना आज समय की मांग है।

ई-मेल कंप्यूटर नेटवर्क पर डिजिटल मैसेज को एक्सचेंज करने की एक सुविधा है। आज के ई-मेल का इतिहास ्नक्त्रक्क्नहृश्वञ्ज कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। ई-मेल इसी नेटवर्क का एडवांस रूप है। 1971 में सबसे पहला ्नक्त्रक्क्नहृश्वञ्ज ई-मेल भेजा गया था। आज ई-मेल की प्रक्रिया इतनी विकसित हो चुकी है कि आप एक साथ कई लोगों को पलक झपकते ही अपना संदेश भेज सकते हैं। संदेश के साथ फोटो इमेज, वीडियो और ऑडियो फाइलें तक भेजी जा सकती हैं। ई-मेल में कई एडवांस्ड फीचर्स शामिल होते हैं और यह स्टोर व फॉरवर्ड मॉडल पर आधारित होता है।

वर्तमान में इंटरनेट पर कई सर्विस प्रोवाइडर्स हैं जो ई-मेल की सुविधा देते हैं। अधिकतर ई-मेल सर्विस निःशुल्क होती हैं। जीमेल, याहू, हॉटमेल, रीडिफमेल आदि कुछ जानेमाने ई-मेल सर्विस प्रोवाइडर हैं। ई-मेल आईडी बनाना तकनीकी रूप से कोई कठिन काम भी नहीं है। संबंधित वेबसाइट को ओपन कर आप क्रिएट ई-मेल अकाउंट पर क्लिक कर अपना आईडी बना सकते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान आपको खुद से संबंधित कुछ जानकारियां जैसे अपना नाम, यूजर नेम, पासवर्ड, जन्म तिथि आदि को एंटर करना होता है।

पासवर्ड के चयन में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि आपका पासवर्ड कोई चुरा न सके और आपका अकाउंट हैक होने से बचा रहे। ई-मेल अकाउंट बन जाने के बाद आप अपने ई-मेल आईडी और पासवर्ड की सहायता से ई-मेल सर्विस की विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। अनलिमिटेड स्टोरेज स्पेस, फ्री एसएमएस, चैटिंग आदि कई सुविधाएं ई-मेल वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। प्रत्येक वेबसाइट पर कई एडवांस्ड फीचर्स भी होते हैं, जिनके इस्तेमाल से ऑनलाइन गतिविधियां और हाईटेक हो जाती हैं।

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