Tuesday, 23 October 2012

जहां दया तहां धर्म है, जहां लोभ तहां पाप। जहां क्रोध तहां काल है, जहां क्षमा तहां आप।। मानव मूल्यों को जागृत करने का चिरागन का एक प्रयास..! Jaha daya taha dharm, jaha lobh taha pap. jaha krodh taha kaal, jaha chama taha aap!

जहां दया तहां धर्म है, जहां लोभ तहां पाप।
जहां क्रोध तहां काल है, जहां क्षमा तहां आप।।
मानव मूल्यों को जागृत करने का चिरागन का एक प्रयास..! Jaha daya taha dharm, jaha lobh taha pap. jaha krodh taha kaal, jaha chama taha aap!

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