Sunday 7 April 2013

भारत के 612 धनकुबेरों की विदेशों में फर्जी कंपनियां By: Chiragan

ब्लैक मनी को लेकर देश में चल रही बहस के बीच इंटरनैशनल कंसोर्सियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ICIJ) ने एक बड़ा खुलासा किया है। दावा किया गया है कि भारत के 612 उद्योगपतियों ने विदेशों में फर्जी कंपनियां खोलकर टैक्स चोरी की और अपने पैसों को खपाया है। इनमें एक कांग्रेस सांसद का नाम भी शामिल हैं। ICIJ ने 170 देशों के 1.2 लाख फर्म्स, ट्रस्ट और एजेंट्स के बारे में यह 'महाखुलासा' किया है।



ICIJ के इस खुलासे में कांग्रेस के लोकसभा सांसद विवेकानंद गद्दम और राज्य सभा सदस्य और किंगफिशर के मालिक विजय माल्या के नाम भी शामिल हैं। इसके अलावा भारत के टॉप बिजनेमैन रविकांत रुइया, समीर मोदी, चेतन बर्मन, अभय कुमार ओसवाल, तेजा राजू, सौरभ मित्तल आदि के भी ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, कुक आइलैंड और समोआ जैसे टैक्स हेवन समझे जाने वाले देशों में फर्जी कंपनियां और खाते हैं।

इन देशों में पैसा लगाते हुए आरबीआई और FEMA के नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया गया है। ICIJ ने सभी की ट्रांजैक्शन डीटेल्स भी जारी की हैं।


ट्रांजैक्शन की डीटेल्स 2.5 मिलियन सीक्रेट फाइल में मौजूद हैं। इन फाइलों में करीब 260 जीबी डेटा है। इनमें पिछले 30 सालों के करीब दो लाख ईमेल्स भी शामिल हैं। इन सीक्रेट फाइलों में कंपनियों के कैश ट्रांसफर के पूरे आंकड़े और कुछ लोगों से कंपनी के संबंधों की भी डीटेल्स हैं। ये दस्तावेज 2010 में विकिलीक्स के अमेरिकी विदेश विभाग के लीक किए गए दस्तावेजों से 160 गुना ज्यादा बताए जा रहे हैं।

क्या है ICIJ: ICIJ दरअसल खोजी पत्रकारों का एक संगठन है। इसका मुख्यालय वॉशिंगटन में है। इसके नेटवर्क में अलग-अलग देशों के कई स्वतंत्र खोजी पत्रकार जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही ICIJ से कई मीडिया संगठन भी जुड़े हुए हैं।

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